लोग कहते हैं कि विरासत सँभालने के लिए अपना वारिस होना चाहिए
पर असली विरासत तो वो है कि पूरी दुनिया ही उस विरासत का वारिस हो
जज्बा चाहिए ऐसी विरासत बनाने के लिये
और एक दिल चाहिये उसका वारसी सबको बनाने के लिए
डॉ अब्दुल कलाम ने जो विरासत छोड़ी है अपने पीछे
उसे अपनाने को हर किसी में एक होड़ है
लेकिन उस होड़ में किसी से जलन नहीं है
बस है तो बाँटने की ललक
कोई उनके सन्देश बाँट रहा है
तो कोई उनके बारे में बता रहा है
कोई उनकी तस्वीरे दिखा रहा है
तो कोई उनके आदर्श समझा रहा है
मुझे नहीं समझ आया मैं क्या बांटू इस भीड़ में
क्योंकि बाँटने के लिये मेरे पास सिर्फ दो आंसू हैं
जो उनके जाने की खबर सुनके आँखों से लुढक आये
Monday, July 27, 2015
असली विरासत
Sunday, July 12, 2015
An achievement which never would be repeatable.
Take a look at @jaindreamz's Tweet: https://twitter.com/jaindreamz/status/620196182858469376?s=09
Wednesday, July 1, 2015
एक सवाल
एक स्त्री को मान सम्मान और आदर सिर्फ माँ के रूप में ही क्यों दिया जाता है ... ?
अगर उसके निः स्वार्थ प्यार के लिए ... तो प्यार तो एक बेटी भी करती है अपने माँ-बाप से ।
अगर उसके त्याग के लिए ... तो वो त्याग तो एक बहन भी करती है अपने भाई की इच्छाओं का मान रखने के लिए ।
और अगर उसके हर कदम पर साथ देने के लिए ... तो वो साथ तो एक पत्नी भी देती है ।
तो उन्हें वो सम्मान क्यों नहीं मिलता हमारे समाज में ...आखिर क्यों?
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