क्यों हो उदास तुम
किसलिए परेशां हो
ज़िन्दगी के कैनवास पे
तुम तो एक आकार हो
ये खुद भरेगी तुममें कई रंग
उकेरेगी तुम्हारी सुंदरता अपने ही अंदाज़ में
तुम बस बने रहो उसके कैनवास पे
बिना हिले बिना डुले
बस एक विश्वास के साथ कि
ज़िन्दगी तुम्हारे लिए नहीं बल्कि ज़िन्दगी के लिए तुम खास हो
क्योंकि तुम्हारे बिना शायद ज़िन्दगी की कृति अधूरी है
-Sapna jain
13th March 2019
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