सफलता के पैमाने
सफलता को अक्सर लोग सिर्फ़ पैसे के साथ जोड़ लेते हैं या भौतिक सफलता को ही असली सफलता मानने लगते हैं । जबकिसफलता सिर्फ़ रुपए-पैसे तक सीमित नहीं है बल्कि सफलता का दायरा तो बहुत ही बड़ा है ।
एक छोटा बच्चा जब पहली बार अपने पैरों पर खड़ा होता है तो ये उसकी सबसे बड़ी सफलता है ।
एक विद्यार्थी का अव्वल आना उसकी सफलता है ।
एक बीमार व्यक्ति का अपनी बीमारी को हराना और मौत को जीतना उसकी सफलता है ।
तो सफलता सिर्फ़ पैसे कमाना मात्र नहीं है बल्कि अपने लक्ष्य को पूरे जी जान से पा लेना सफलता है । पैसा तो सहायक है ना कि लक्ष्य।
जैसे अगर आप चाहते हैं कि मैं अपना शानदार ओफिस ख़रीदूँ या हो सकता है आपको पूरी दुनिया की सैर करने की ख़्वाहिश हो । होसकता है एक बड़ा घर बनाना आपका लक्ष्य हो । या फिर एक सुकून की ज़िंदगी अपने परिवार के साथ बिताना आपका सपना हो । तोइन सबके लिए पैसा कमाना ज़रूरी है क्योंकि एक साधारण जीवन जीने के लिए भी धन की आवश्यकता होती है क्योंकि धनजीवनयापन का एक बड़ा रिसोर्स है जिसके बिना कुछ भी करना असम्भव सा लगता है लेकिन मात्र धन कमा लेना लक्ष्य नहीं हो सकता ।
इसीलिए सफलता को पैसे के साथ जोड़ना अज्ञानता है ।
हाँ अगर आप समृद्ध हैं रुपए पैसे से और लक्ष्मी आप पर मेहरबान हैं तो आप भौतिक रूप से सफल माने जा सकते हैं ।
- सपना जैन
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