Writer & Entrepreneur

Writer & Entrepreneur
DREAM CREATION

Wednesday, March 13, 2019

ज़िन्दगी की कृति



क्यों हो उदास तुम 
किसलिए परेशां हो 
ज़िन्दगी के कैनवास पे 
तुम तो एक आकार हो 
ये खुद भरेगी तुममें कई रंग 
उकेरेगी तुम्हारी सुंदरता अपने ही अंदाज़ में 
तुम बस बने रहो उसके कैनवास पे 
बिना हिले बिना डुले 
बस एक विश्वास के साथ कि 
ज़िन्दगी तुम्हारे लिए नहीं बल्कि ज़िन्दगी के लिए तुम खास हो 
क्योंकि तुम्हारे बिना शायद ज़िन्दगी की कृति अधूरी है 

-Sapna jain
13th March 2019