Writer & Entrepreneur

Writer & Entrepreneur
DREAM CREATION

Thursday, January 25, 2024

सफ़र का आनंद लें - Zeal Zindagi with Sap


10- 

सफ़र का आनंद लें - Zeal Zindagi with Sap

Epi-10


मंज़िल पाने के चक्कर में हम अक्सर सफ़र का आनंद लेना भूल जाते हैंफिर चाहे वो रोड ट्रिप हो या ज़िंदगी का सफ़र  

दोस्तोंमैं हूँ सपना जैन… zeal zindagi with sap के ज़रिए मैं ज़िंदगी के सफ़र को ख़ुशनुमा बनाने की कोशिश करती हूँ  

अपने इस पॉडकास्ट में मैं आपसे अपने सफ़र अपनी journey को इंजॉय करने के लिए प्रेरित करूँगी फिर चाहे वो आपकी कहीं घूमनेकी यात्रा हो या फिर ज़िंदगी की यात्रा  


हम जब कहीं घूमने का प्लान बनाते हैं तो सारी प्लानिंग करके अपने गंतव्य तक पहुँचते हैं और फिर वहाँ इंजॉय करते हैं  लेकिन क्याआपने कभी सोचा है कि आपका एंजॉयमेंट गंतव्य तक मात्र पहुँचकर ही नहीं होता है बल्कि आपने जैसे ही अपनी यात्रा शुरू कीएंजॉयमेंट वहीं से शुरू हो जाता है  ठीक ऐसे ही ज़िंदगी है  जो चलती जा रही है … एक सफ़र की तरह  हमें बस उस सफ़र कोइंजॉय करना है  

किसकी क्या मंज़िल है वो कुछ डिसाइडेड नहीं है  हमने ख़ुद से अपनी मंज़िल तय की है और टारगेट लेकर चलें हैं की वहाँ तक पहुँचनाहै  लेकिन ज़िंदगी का असली मक़सद सिर्फ़ मंज़िल तक पहुँचना ही नहीं होना चाहिए बल्कि हर रास्ते कोमोड़ को जीते चलना हैक्योंकि वो वक़्त और वो नज़ारा दोबारा देखने को नहीं मिलेगा  

ज़िंदगी एक सफ़र ही तो है  बस यात्रा में तो फिर भी वापस आना या दोबारा वहाँ जाना पॉसिबल है लेकिन ज़िंदगी के सफ़र में जो रास्तेएक बार निकल गए वहाँ दोबारा जाना मुश्किल ही नहीं असंभव है  बस यही डिफ़रेंस है इस दुनिया की यात्रा में और ज़िंदगी की यात्रा में 

इसीलिए हर लम्हाहर दिनहर पलहर क्षण जो निकल रहा है वो वापस नहीं आयेगा  फिर क्यों बेकार की बातों और चीज़ों मेंउलझना  क्यों ना ज़िंदगी के इस खूबसूरत सफ़र को ख़ुशनुमा बनाकर अपनी ज़िंदगी के इस सफ़र का आनंद लिया जाये  मंज़िल पानेकी हड़बड़ी क्यों  और वैसे भी जिसे हम मंज़िल समझते हैं वो भी तो एक पड़ाव ही है जहाँ कुछ पल ठहर कर दूसरे सफ़र पर चल देंगे एक दूसरी ज़िंदगी के सफ़र पर  


सपना जैन @MankiUdaanbySapnaJain 




 

Tuesday, January 9, 2024

होड़ करने से पहले सोचें - Zeal Zindagi with Sap


 


होड़ करने से बचें - Zeal Zindagi with Sap


सबको जल्दी मची है सब कुछ करने कि क्योंकि हर किसी को लगता है कि मेरे सामने वाला, मेरे बाज़ू वाला, मेरे पीछे वाला कहीं मुझसे आगे ना निकल जाये । एक अलग से होड़ है सभी में । लेकिन किसी से भी होड़ के पहले ख़ुद से तो पूछिए कि आपको आख़िर चाहिए क्या ? 

दोस्तों मैं हूँ सपना जैन । zeal zindagi with sap के ज़रिए मेरी कोशिश रहती है कि आप लोगों की ज़िंदगी में कुछ अच्छे बदलाव ला सकूँ यही मेरे इस पॉडकास्ट का उद्देश्य है । 

अक्सर हम एक गलती करते हैं और वो ये कि बिना अपना उद्देश्य जाने हुए, हम लोगों को अंधा फ़ॉलो करने लगते हैं । और ये शुरुआत बहुत बचपन से हो जाती है । जैसे कुछ examples हैं - 

माँ-बाप अपने बच्चों की कैपेसिटी और टैलेंट जाने बग़ैर उन्हें दूसरे बच्चों के साथ तुलना करके उनको हर वह काम करने की होड़ मचा देते हैं जिसके लिये शायद उनका बच्चा बना ही नहीं है । 

Higher education में भी यही होता है । लोग वही कोर्स करने लगते हैं जो अपने आस-पास या दूसरों को करते देखते हैं । 

सेम फ़ॉलो करते हैं प्रोफ़ेशन में और भी अपनी ज़िंदगी के कई हिस्सों में । 

लेकिन ये सब करने से पहले अपने आप से ये तो पूछिए कि मेरा लक्ष्य क्या है । मुझे actual में क्या चाहिए? और दूसरों की तुलना के पहले मैं ये तो देख लूँ कि मुझे अगर वो मिल भी गया जिसके लिए मैंने प्रयत्न किया तो क्या मेरे को actual ख़ुशी मिलेगी? क्योंकि मैंने तो दूसरे के सपनों को फॉलो किया और दूसरों की तुलना करके वैसा ही किया लेकिन वो करना शायद उसका टारगेट था लेकिन मेरा टारगेट असल में है क्या ?

कुछ भी या किसी को भी अंधा फ़ॉलो करना व्यर्थ है । हाँ आप प्रेरणा ले सकते हैं, आप मोटिवेट हो सकते हैं लेकिन बिना कुछ सोचे-समझे किसी के जैसा करने लगना अपने सपनों और ज़िंदगी के साथ बेईमानी करना है ।  

So be honest to yourself and follow your dreams not of others.